अनिमेष मिश्रा

जबलपुर दैनिक द लुक। जबलपुर नगर निगम जहां एक अधिकारी को आधा दर्जन से अधिक विभागों का बटवारा कर दिया जाता है और जब सवाल पूछा जाता है कि 1 अधिकारी को अनेकों प्रभार क्यों दिये जाते है तो उसका जबाव कुछ इस कदर दिया जाता है कि निमग में अधिकारियों की कमी है इसलिए कुछ अधिकारियों को उनकी सटीक कार्यशैली और कार्य में पारंगता के चलते ही अनेक विभाग सौपें गए है। जहां जबलपुर निगम में 3 अपर आयुक्त बैठते है लेकिन 1 अपर आयुक्त के पास तो तकरीबन 9 विभाग है जबकि उक्त अपर आयुक्त को जो विभाग सौपें गए है उनका दूर दूर तक उनसे कोई वास्ता नहीं है और न ही वह अपर आयुक्त उन क्षेत्रों में अधिक ज्ञान है फिर भी उन पर मेहरबानी की जाती है।

दूसरी तरफ हनुमान ताल तालाब की दुर्दशा जिसें सभी क्षेत्रवासी खुली आखों से देख पा रहे है तो वहीं निगम के अधिकारी और महापौर खुली आखों से उन समस्याओं देख नहीं पा रहे है और लीपा पोती करने में लगे हुए है...

निगम औऱ महापौर के मुताबिक अभी देखा जा रहा है कि लोगों के द्वारा हनुमानताल तालाब की सफाई में भ्रष्टाचार और अन्य आरोप लगाये जा रहे हैं, जो कि मिथ्या ही नहीं भ्रामक और वेबुनियाद है। जानकारी के अनुसार हनुमानताल  तालाब में पहली बार जमीन दिखाई दी है और उस जमीन पर घास उगना तकनीकि और प्राकृतिक रूप से भी माना जाता है एक अच्छा संकेत हैं,लगभग 8-9 महिने के अंदर अर्थात जनवरी 2026 में हनुमानताल तालाब के कार्य पूर्ण कराकर नागरिकों को समर्पित कर दी जायेगी।

 

सौदर्य़ीकरण के लिए क्या होगें पैमाने ---------

हनुमानताल तालाब में और उसके आस पास के क्षेत्र में सुन्दर ढंग से विकसित करने के लिए डी-सिल्टिंग, फेंसिंग, एयरेटर, फाउंटेन, प्लांटेशन, रिटेनिंग वॉल, रिटेनिंग वॉल मेंटेनेंस, घाट मैनिटेंस, स्टोन वर्क और पेंटिंग आदि के कार्य कराकर वहॉं एक लद्यु पर्यटन के रूप में क्षेत्र को विकसित किया जायेगा।

नगर निगम ने बताया कि लगभग 2 करोड़ रूपये की लागत से हनुमान तालाब में ऐतिहासिक रूप से सौन्दर्यीकरण के कार्य कराये जा रहे हैं जिसमें 15वॉं वित्त आयोग और अमृत योजना के अंतर्गत कुल 1 करोड़ 90 लाख रूपये की राशि स्वीकृत है।