जबलपुर दैनिक द लुक। शहर में अनेकों जगह ऐसी है जहां रोशनी की जरुरत होती है लेकिन उन स्थानों पर लाईट का नामों निशान तक नहीं दिखता है उदाहरण के तौर पर करमेता का कंटगी बायपास की तरफ जाने वाले मार्ग वार्ड 73 औऱ वार्ड 72 की सड़के शाम होते ही अंधेरे में डूब जाती है लेकिन नेपियर टाउन जैसे पार्श इलाके में दिन के वक्त भी खंबो पर लगी लाईटे यहां तक की तीन पत्ती चौराहे पर लगी हुई लाईटें भी जगमगाती रहती हैं।

स्मार्ट लाईटों का कमाल –

 

जानकार बताते है कि शहर के अच्छे मेंटनेस वाले इलाकों में स्मार्ट लाईटों का प्रयोग किया जाता है जो रात होते ही स्वंय ही चालू एवं दिन की रोशनी के वक्त बंद हो जाती है लेकिन यही स्मार्ट लाईटें सौर्य उर्जा के आधार पर भी जलती है इसलिए भी शायद कई बार दिन के समय में लाईटे जलती रहती है।