जबलपुर में थाना प्रभारियों की अदला – बदली...

भेड़ाघाट थाना प्रभारी पूर्वा चौरसिया का पुलिस लाइन में ट्रांसफर
अनिमेष मिश्रा
मध्य प्रदेश में पुलिस महकमे से डीजीपी डीजीपी कैलाश मकवाना के नेतृत्व में आईपी पुलिस मुख्यालय ने यह कानूनी और प्रशासनिक निर्देश जारी कर ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों को थानों, क्राइम ब्रांच या ऑफिसेज़ में तैनात करने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिनके खिलाफ गंभीर आरोप या जांच चल रही है। यह निर्णय पुलिस विभाग के विश्वास, जवाबदेही और कार्य प्रणाली की पारदर्शिता को बढ़ाने की दिशा में एक कदम है।
इसी तर्ज पर जबलपुर में भी जबलपुर पुलिस अधीक्षक श्री संपत उपाध्याय के द्वारा जबलपुर के 9 पुलिस कर्मियों को ट्रांसफर का तोहफा देकर थाना क्षेत्रों की अदला बदली करदी है....
मात्र 8 दरोगाओ का ही तबादला क्यों –
सूत्र ऐसा बताते है कि कुछ थाना प्रभारियो की शिकायत ऊपर तक पहुंची थी हालांकि कुछ लोगों का यह भी मानना है कि थाना प्रभारी लंबे समय से एक ही थाने में पदस्थ थे।
कोतवाली जैसे संवेदनशील क्षेत्र में ट्रांसफर होने के बाद भी सामने आई कार्य प्रणाली को देखते हुए विपिन ताम्रकार को अब ग्रामीण क्षेत्र पनागर का प्रभार दिया गया है।
रांझी थाने में पदस्थ मानस द्विवेदी को इसलिए लाइन पर भेजा गया था क्योंकि छिंदवाड़ा से जबलपुर ट्रांसफर होकर आए उमेश गोलहानी को एक ऐसे क्षेत्र का प्रभाव देना था जहां पर अपराधों पर अंकुश लगाने के साथ ही सामाजिक सौहार्द भी बनने लायक थाना प्रभारी हो। हालांकि हनुमानताल थाने सहित अन्य जगहों पर मानस द्विवेदी की परफॉर्मेंस को देखते हुए वह भी लाइन में रखने के लायक थाना प्रभारी नहीं थे इसलिए उन्हें किसी न किसी एक्टिव और संवेदनशील थाने का प्रभार मिलना था इसलिए उन्हें कोतवाली का प्रभाव दिया गया।
वहीं गोहलपुर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को निखार और सिद्ध कर चुकी थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को को अब घमापुर थाने में अपराध कंट्रोल करने की लगाम सौंपी गई है। तो घमापुर थाने में पदस्थ सतीश अंधवान को ग्रामीण क्षेत्र कुंडम थाने का थाना प्रभारी बनाया गया है । विभाग में चर्चाएं यह भी है कि अंधवान के ट्रांसफर के पीछे कारण राजनीतिक हैं।
लगातार विवादों से घिरे हुए पनागर के थाना प्रभारी जितेंद्र पाटकर की हाल ही में भोपाल तक शिकायत पहुंची थी और उनके बरगी ट्रांसफर को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
भेड़ाघाट की पूर्व थाना प्रभारी पूर्वा चौरसिया पर भी अनियमितताओं और आरोपो का भंडार बताया जा रहा है जिसके कारण उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया और बरगी थाने में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे कमलेश चौरिया को अब भेड़ाघाट थाना सौंपा गया है।
गोहलपुर थाना एक संवेदनशील थाना है जहां पर सिविल लाइन के थाना प्रभारी रितेश पांडे को पदस्थ किया गया है जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह उनके लिए विभाग के द्वारा दिया गया एक चैलेंज है जिसे वह बखूबी निभा पायेंगे।
वहीं कुंडम के थाना प्रभारी अनूप कुमार नामदेव को शहर का सबसे पोर्श माने जाने वाला सिविल लाइन थाना मिलना भी यही दिखा रहा है कि विभाग में उनके काम की प्रशंसा हो रही है।