करोड़ों रुपयों के आसामी आरोपी आरटीओं संतोष पॉल को अदालत से झटका

अनिमेष मिश्रा
जबलपुर दैनिक द लुक। वर्ष 2022 में जबलपुर आरटीओं में लंबे समय से जमे पूर्व परिवहन क्षेत्रीय अधिकारी के घर पर छापा पड़ता है जहां एक ओर छापा मारने वाली (ईओडब्ल्यू) की टीम के अनुभवों से कई गुना अधिक पैसे एवं जमीनी कागजात एक आरटीओं अधिकारी के घर से प्राप्त किये जाते है,रकम इतनी बड़ी और अधिक होती है कि गिनते गिनते पुलिस की नोट वाली मशीने ही गर्म पड़ जाती हैं।
वर्तमान में जानकारी के मुताबिक संतोष पाल, जो जबलपुर के पूर्व आरटीओ (सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी) के पद पर पदस्थ थे, उन पर भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति से जुड़े कई गंभीर आरोप लगे थे। इस समय तक (जुलाई 2025 में) संतोष पाल की जबलपुर आरटीओ ऑफिसर बनने पर आय से अधिक संपत्ति का डीप भ्रष्टाचार मामला कोर्ट में फाइल में लंबित है औऱ हालही में कोर्ट ने आऱोपी संतोष पॉल के विरुद्ध केस को जारी रखने के आदेश दिये है जिससे आरोपी संतोष और उनके परिजनों को न्याय व्यवस्था से झटका लगा है।
जुलाई 2022 – विशेष अदालत (ईओडब्ल्यू) ने Prevention of Corruption Act के तहत संतोष पाल एवं उनकी पत्नी रेखा पाल के खिलाफ जांच का आदेश दिया। जांच रिपोर्ट 11 अगस्त, 2022 तक मांगी गई थी एवं 18 अगस्त 2022 को आर्थिक अपराध शाखा की कार्रवाई में उनके आवास पर छापेमारी की गई और ₹16 लाख नकद, आभूषण समेत करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ साथ ही 29 अप्रैल और 25 अगस्त 2022 – हाईकोर्ट में कई क्रिमिनल रिवीजन (MCRC, CRA) दायर हुए, जिनमें इस मामले को सुनवाई के लिए नवंबर 2022 तक सूचीबद्ध करने का आदेश जारी हुआ।
फिलहाल कोर्ट की निगाहों में मामला लंबित ही दिख रहा है, और संतोष पाल के कोर्ट स्टेटस में फिलहाल कोई निर्णायक विकास नहीं हुआ है।
वर्तमान स्थिति (अगस्त 2022 के बाद) ---
- उस समय के बाद कोर्ट सुनवाई या कोई फैसले प्रकाशित नहीं हुए हैं, नहीं कोई मीडिया रिपोर्ट आयी है कि मामले में कोई आगे की प्रायोगिक सुनवाई हुई हो।
- EOW की प्रारंभिक जांच और हाईकोर्ट में याचिकाएं अभी भी लम्बित प्रकरणों के रूप में हैं।
अभी तक ज़ब तक कोर्ट में अंतिम आदेश जारी नहीं हुआ है, और न सुनवाई हुई है, न कोई सजा, न कोई बरी होने का रिकॉर्ड निकला है। यानि — मामला अभी भी लंबित है और कोर्ट में निरीक्षण की प्रक्रिया में अधरित है।
हाईकोर्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा ---
- जबलपुर जिला/हाईकोर्ट की वेबसाइट या ई-फाइलिंग पोर्टल से "MCRC No. 20695/2022" या "CRA No. 2541/2022" जैसे केस नंबर से सीधे स्टेटस देखा जा सकता हैं।
- अगर आप वकील हैं या पक्षकार हैं, तो चैंबर या कोर्ट रजिस्ट्रार से संपर्क करके नए आदेश या अगली सुनवाई की जानकारी हासिल की जा सकती है।
मुख्य आरोप
- आय से अधिक संपत्ति का मामला जांच एजेंसी: आर्थिक अपराध शाखा (EOW) जबलपुर
- आरोप: संतोष पाल ने सरकारी सेवा में रहते हुए अपनी ज्ञात आय से लगभग 1000% अधिक संपत्ति अर्जित की।
- उनकी पत्नी रेखा पाल के नाम पर भी बड़ी मात्रा में चल-अचल संपत्ति मिली।
- कई संपत्तियाँ फर्जी नामों से (Benami Properties) खरीदी गई थीं।
EOW छापे में बरामद संपत्तियाँ (18 जुलाई 2022 को हुई छापेमारी)
- ₹16 लाख नकद
- ₹1 करोड़ से अधिक के गहने
- जबलपुर, कटनी, दमोह, भोपाल, सागर में कई रिहायशी और व्यावसायिक प्लॉट
- लक्जरी कारें और महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामान
- बैंक अकाउंट और निवेश में लाखों रुपये की राशि
- पत्नी रेखा पाल के नाम पर स्कूल की जमीन, दुकानें और फ्लैट
कानूनी धाराएं और मामला
- भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (Prevention of Corruption Act) की धारा 13(1)(e) और 13(2) भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित आपराधिक साजिश (Criminal Conspiracy) की धाराएं है, आय से अधिक संपत्ति का केस संतोष पाल बनाम राज्य सरकार के नाम से दर्ज हैं।
मामले की अदालती स्थिति (2022–2025 तक)
- ईओडब्ल्यू ने केस तैयार करके स्पेशल कोर्ट में चालान पेश किया..
- कोर्ट ने उनकी पत्नी रेखा पाल को भी सह-आरोपी बनाया गया है...
- अभी तक मामला कोर्ट में लंबित है, और अंतिम निर्णय नहीं आया...
संतोष पाल पर सरकारी पद का दुरुपयोग करते हुए करोड़ों की अवैध संपत्ति जुटाने का आरोप है। EOW द्वारा प्रस्तुत सबूतों में नकदी, गहने, संपत्तियाँ और बेंक डिटेल्स शामिल हैं, जो उनके घोषित आय स्रोत से बहुत अधिक हैं।