सिद्ध बाबा और राधाकृष्ण वार्ड के पार्षदों नहीं निभा रहें जिम्मेदारीं,पीने के पानी को तरस रही जनता

अनिमेष मिश्रा

जबलपुर दैनिक द लुक। शहर का एक सुप्रसिद्ध स्थान जिसका एक सिरा पहाड़ी इलाके में बसा हुआ है, यहां नजूर की जमीन पर लोग लंबे समय से निवास कर रहे है और यह क्षेत्र कई लोगों के लिए मदार टेकरी के नाम से नाम से जाना जाता है,जहां कांग्रेस की पूर्व विधानसभा के बीच भाजपा पार्टी से दोनों ही वार्डों के पार्षद सिद्ध बाबा वार्ड और राधा कृष्ण वार्ड में एक घनी आबादी की बसाहट है जो कि इन्हीं 2 वार्डों की सीमा में निवास करती है और क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को अपने – अपने वार्ड के पार्षदों तक पहुंचाते है लेकिन वार्ड के रहवासियों के प्रति न तो राधा कृष्ण वार्ड से भाजपा महिला पार्षद माधुरी सोनकर और न ही सिद्ध बाबा वार्ड से महिला भाजपा पार्षद वर्षा बिरहा ध्यान देंती है, क्योंकि दोनो ही वार्डों की महिला पार्षदों का कार्यभार भाजपा के जिला अध्यक्ष रत्नेश सोनकर एवं मुकेश बिराह संभाल रहे हैं।

· पानी पीने को तरस गए वार्डवासी ---

वार्ड वासियों की शिकायत है कि वह सिद्ध बाबा वार्ड में एक बड़ी संख्या में रहवासी पीने के पानी के लिए तरस रहे है जिन्हें रोजाना के दैनिक कार्य करने तक के लिए पानी को भर कर लाने एवं पीने के पानी के लिए भारी संघर्ष करना पड़ता है क्योंकि लोगों का ऐसा मानना है कि राधा कृष्ण वार्ड से भाजपा पार्षद के इलाके में पानी की टंकी का पानी पाईप लाईन के माध्यम से सिद्ध बाबा वार्ड तक पहुंचता है लेकिन दूसरे वार्ड के लोग या कुछ शैतानी तत्व जानबूझकर पानी के बहाव को छेड़ कर पानी के प्रेशर को धीमा कर देते है और वहीं से पीने के पानी के लिए कई परिवारों को पीने के पानी को अपने घरों तक में पहुंचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ जाता है और लड़ाई झगड़ा करने के बाद ही राधा कृष्ण वार्ड एवं सिद्ध बाबा वार्ड के बीच में बसे हुए रहवासियों को पानी मिल पाता है।

यह दुर्दशा बारिश के मौसम में होती है तो सोचिए कि गर्मी के दिनों में तो दोनो वार्ड के लोगों के परिवारों की स्थिति होती होगीं, जहां पीने के पानी के लिए नल तक मौजूद नहीं है जबकि पानी की पाईप लाईन खीचकर छोड़ दी गई हैं, उक्त वार्ड में रहवासियों को पानी के लिए रोते बिलखते देखा जा सकता हैं।

 

· सफाई का अभाव ---

दोनो ही वार्डों में स्वच्छता सर्वेक्षण करने वाली टीम यदि पहुंच जाए तो वह भी शर्मी जाएगी क्योंकि यहां के रहवासियों की शिकायत है कि उक्त वार्डों तक कचरा गाड़ी तो आती है लेकिन पहाड़ी इलाके जैसी खड़े मार्गों के बीच कचरा गाड़िया नहीं पहुंचती है और न ही कचरा गाड़ियों के संगीत की आवाज आती है ताकि रहवासी कचरें को घरों से बाहर ला सकें..... रहवासियों की शिकायत है कि उनके घर ऊचाई पर बने हुए है और वहां से नीचे 500 मीटर दूर कचरा गाड़ी के वाहन चालक पहुंचते है और कहते है कि 3 दिन में एक बार ही कचरा गाड़ी इस निर्धीरित समय पर आएगी लेकिन नियम के अनुसार कचरा गाड़ियों को रोजाना प्रतिदिन एक निर्धारित समय पर घरों तक पहुंचना होता है जबकि नगर निगम के इन नियमों की कचरा गाड़िया धज्जियां उड़ा रही हैं।

· सड़क पर अवैध अतिक्रमण ---

उक्त दोनों वार्डो के बीच बनी सीमा के मध्य रहने वाले अधिकांश रहवासियों ने धरों को सड़को पर बना दिया है जबकि नियम के अनुसार कुछ फीट की दूरी रखकर ही मकानों को बनाया जाता है ताकि उन स्थानों से वाहन और लोग आसानी से आवागमन कर सके लेकिन उक्त वार्ड सिद्ध बाबा और राधा कृष्ण में तो अवैध अतिक्रमण कारियों की भरमार मौजूद है जहां नगर निगम का अमला भूल कर भी शायद ही कभी निरीक्षण के लिए पहुंचा होगा क्योंकि पूरा इलाका मदार टेकरी एक पहाड़ जैसे ऊंचे इलाके में स्थित है इसलिए ऐसी अवस्था में यहां लगभग 45 डिग्रीं जितनी खड़ी चढ़ाई है जो कि रोजाना आम रास्तों के तरह इस्तेमाल में उपयोग की जाती है जिन पर काई जम चुकी है औऱ ऐसी सड़कों पर अतिक्रमण के चलते ही कई हादसें रोजाना उक्त वार्ड में हो रहे हैं।

· सत्ता पक्ष होनें के बावजूद काम अधूरा ---

जानकारों का कहना है कि इसी तरह से असहाय मतदाताओं के साथ राजनीति का यह गंदा खेल खेला जाता हैं क्योंकि जब बात मतदान की आती है तो दोनों वार्ज भाजपा प्रत्याशियों के होने की वजह से मतदाताओं को इधर से उधर घुमाकर वोट डलवा दिया जाता हैं यदि सत्ता पक्ष के दोनो पार्षद चाहे तो मिलकर आम लोगों की समस्या का समाधान चुटकी बजाकर भी कर सकते है लेकिन भाजपा पार्टी के प्रोटोकॉल और इनकी कार्यशैली इन्हें लोगों की मदद करने की इजाजत नहीं देती हैं।

 · पार्षदों का क्या है,कहना ----

राधा कृष्ण वार्ड की महिला भाजपा पार्षद के पार्षद पति भाजपा जिला अध्यक्ष रत्नेश सोनकर से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका जबाब नहीं आया....

वहीं दूसरी ओर सिद्ध बाबा वार्ड के भाजपा महिला पार्षद के पार्षद पति मुकेश बिराह ने वार्ड वासियों की शिकायत को सत्य बताते हुए यह बताया कि वास्तव में सच्चाई यही हैं कि सिद्ध बाबा वार्ड में मेरे ( पार्षद) के द्वारा पीने का पानी घरों तक पहुंचाने के लिए कई प्रयास किये गए... महापौर को पत्र लिखा एवं नगर निगम में लिखित शिकायत दी लेकिन जल विभाग ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई औऱ वर्तमान समय में मेरे वार्डवासी पानी पीने को तरस रहे है... निगम ने केवल इतना बता दिया है कि पानी की टंकी बनने के बाद ही सिद्ध बाबा औऱ राधा कृष्ण वार्ड में पानी पहुंचेगा लेकिन कब पानी की टंकी बनेगी यह पूछने पर भी नहीं बताते हैं।