जेडीए में नियुक्ति के साथ विवाद, अधीक्षण यंत्री पंकज श्रीवास्तव पर भ्रष्टाचार की जांच

लोकायुक्त और ईओडब्लू की रडार पर जेडीए के नए इंजीनियर
अनिमेष मिश्रा
जबलपुर दैनिक द लुक। भोपाल विकास प्राधिकरण से 2 अधिकारियों जिसमें एक बीडए के अधीक्षण यंत्री पंकज श्रीवास्तव को जबलपुर एवं बीडीए के ही अधिकारी प्रभारी कार्य़पालन यंत्री अरविंद मंडराय को सिंगरौली विकास प्राधिकरण में भोपाल विकास प्राधिकरण से कार्यमुक्त करने के बाद दोनों ही अधिकारियों को तकरीबन 17 जून 2025 के आसपास की तारीखों में तबादला करते हुए अलग – अलग जिलों में कार्यभार सौंप दिया गया है...
जानकार बताते है कि वर्तमान समय में बीडीए ( भोपाल विकास प्राधिकरण ) से कार्यमुक्त होने के बाद जेडीए के वर्तमान मे पद स्थापित अधिक्षण यंत्री संजय खरे को (जेडीए एस ई) के पद से हट जाना चाहिए था लेकिन वह वर्तमान में भी विभाग में ही डटे हुए है हालाकिं इसके पीछे एक कारण यह भी हो सकता है कि अभी तक भोपाल से अधीक्षण यंत्री पद पर नियुक्त होने के लिए जबलपुर नहीं पहुंचे हैं,संजय खरे जेडीए अधिक्षण यंत्री को शहर से कब रवाना किया जाएगा इस बात की पुष्टि करने के लिए जब जेडीए सीईओ दीपक कुमार वैद्य से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन महोदय के द्वारा जबाव नहीं दिया गया।
- आरोपों के घेरें में जेडीए के नए अधीक्षण यंत्री -
मीडिया रिपोर्ट्स एवं भोपाल के निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट अजय पाटीदार के अनुसार बीडीए में लोकायुक्त औऱ आर्थिक अफराध अन्वेषण ब्यूरों की रिपोर्ट के मुताबिक दोनो ही अधिकारी आरोपों के आधार पर ( कार्यपालन यंत्री पंकज श्रीवास्तव और सहायक यंत्री अरविंद मंडराई ) को स्थानांतरण के बाद कार्यमुक्त करने सीएम,सीएस,मंत्री और प्रमुख सचिव से शिकायत की गई थी।
ज्ञात हो कि बीडीए के प्रभारी अधीक्षण यंत्री पंकज श्रीवास्तव और प्रभारी कार्यपालन यंत्री अरविंद मंडराय (सहायक यंत्री) के विरुद्ध भ्रष्टाचार और अनियमितताओं कि शिकायत मंत्री से लेकर प्रमुख सचिव को की गई थी। जिसके बाद 17/06/2025 को अरविंद मंडराई का ट्रांसफर सिंगरौली और पंकज श्रीवास्तव का जबलपुर ट्रांसफर कर दिया गया। इन दोनों ही अधिकारियों के विरुद्ध ईओडब्लू एवं लोकायुक्त में भी शिकायते हुई है,जिसमें मामला विवेचना विचाराधीन है।
- जांच हो सकती है प्रभावित –
जानकार बताते है कि 17 जून 2025 को शासन ने दोनों अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया पर इन्हें कार्यमुक्त नही किया गया, संभावित है कि उक्त अधिकारियों पर शासकीय जांच जारी है इसलिए अधिकारी संभवत: शिकायत से जुड़ी फाइलों एवं जाँच को प्रभावित कर सकते है। इस मामले में आरटीआई एवं सामाजिक कार्यकर्ता से मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव विभागीय मंत्री और प्रमुख सचिव को शिकायत कर दोनों को कार्यमुक्त करने की मांग की गई है।
- क्या कहते हैं,जिम्मेदार ---
जेडीए ( जबलपुर विकास प्राधिकरण ) के नए अधीक्षण यंत्री पंकज श्रीवास्तव महोदय के अनुसार उनका तबादला 4 जुलाई को हुआ है जिसमें शासन के नियमों के अनुसार अधिकारी को अधिकतम 7 दिनों के भीतर नए जिले/कार्य़ालय में ज्वाईन करने के लिए समय प्रदान करने का नियम है,क्योकिं श्री श्रीवास्तव भोपाल विकास प्राधिकरण से जबलपुर विकास प्राधिकरण में अधीक्षण यंत्री का प्रभार संभालेगें लेकिन उससे पहले कुछ 7 दिनों के भीतर उन्हें अपनी वस्तुओं को भी पैंकिग एवं नए निवास का स्थान ढूंढना होगा इसलिए कुछ समय का विलंब हो रहा है इसके आलावा औऱ कोई विषय नहीं है।
इस विषय पर जबलपुर विकास प्राधिकरण के अपर कलेक्टर दीपक कुमार वैद ने कोई जबाव नहीं दिया हैं।