अनिमेष मिश्रा

जबलपुर दैनिक द लुक। मध्य प्रदेश के सबसे लंबे फ्लाईओवर के उद्घाटन में हुई देरी के खिलाफ कांग्रेस ने 14 जून 2025 को जबलपुर में जोरदार आंदोलन किया करीब 500 कार्यकर्ताओं एवं जनता के साथ कांग्रेस से सौरभ नाटी शर्मा छोटी लाईन स्थित फ्लाईओवर के पास इकट्ठा हुए और " बीजेपी सरकार हाय-हाय " तथा "फ्लाईओवर का लोकार्पण करो" जैसे नारे लगाते हुए आगे फ्लाईओवर पर चढ़ने के लिए आगे बढ़े लेकिन प्रशासन ने कांग्रेस को रोक दिया।

आंदोलन का कारण ---

करीब 1100 करोड़ की लागत से बना जबलपुर का फ्लाईओवर – जो दमोह नाका से मदन महल तक फैला है – निर्माण पूरा होने के बाद भी जनता के लिए चालू नहीं किया गया है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी नेता आपसी श्रेय लेने की होड़ में उद्घाटन टालते जा रहे हैं, जिससे आम जनता को भारी असुविधा हो रही है। कांग्रेस ने 9 जून को कलेक्टर को ज्ञापन देकर 4 दिन में फ्लाईओवर खोलने की मांग की थी। समय सीमा समाप्त होने पर आज 14 जून को सैकड़ों कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और फ्लाईओवर पर चढ़ने का प्रयास किया।

🔹 कांग्रेस का आरोप

पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा,

"यह फ्लाईओवर जनता की सुविधा के लिए बना है, न कि नेताओं की राजनीति के लिए। अगर सरकार नहीं खोलेगी तो जनता खुद इसका उद्घाटन करेगी।" कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने “फ्लाईओवर जनता का है – ताला खोलो भाजपा!” जैसे नारों के साथ सरकार के खिलाफ हल्लाबोल किया।

🔹 पुलिस की सख्ती

प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को वाटर कैनन (पानी की बौछार) का इस्तेमाल करना पड़ा। कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच जमकर बहस भी हुई। पुलिस ने विरोधकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठी चार्ज भी इस्तेमाल किया। प्रदर्शन स्थल पर तनाव का माहौल बना रहा, क्योंकि कार्यकर्ता फ्लाई ओवर की जनता के लिए तत्काल उपलब्धता की मांग कर रहे थे

प्रशासन का बयान  ---

वाटर कैनन के उपयोग को कानून व्यवस्था बनाए रखने का उपाय बताया, कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि फ्लाईओवर का उदघाटन जल्द ही कराया जाएगा और जनता को शांति बनाए रखने का आह्वान किया।

परियोजना का महत्व

लगभग 1,100  करोड़ रुपये की लागत से बना यह फ्लाईओवर ट्रैफ़िक सुधार के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, लेकिन उद्घाटन में हो रही देरी से शहरवासियों में नाराज़गी हैआज का प्रदर्शन स्पष्ट संकेत है कि फ्लाईओवर परियोजना सिर्फ निर्माण की बात नहीं बची—अब यह स्थानीय राजनीति और सियासत का बड़ा मुद्दा बन चुकी है। प्रशासन को इस पर से पर्दा हटाकर जल्द जनता को इसका लाभ पहुँचाने की जरूरत है, ताकि ट्रैफ़िक समस्याओं से निजात मिल सके और तनाव का माहौल भी शांत हो।

 

जनता का क्या है,कहना --

शहर की जनता अब पूछ रही है – जब निर्माण पूरा हो चुका है तो फिर फ्लाईओवर जनता के लिए कब खुलेगा? कांग्रेस के इस प्रदर्शन ने अब इस सवाल को सत्ता के गलियारों तक पहुँचा दिया है। अगर जल्द निर्णय नहीं लिया गया, तो यह आंदोलन और तेज हो सकता है।