नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच की टीम ने आपरेशन ट्रैक बैक के तहत चोरी हुए मोबाइल फोन के तस्करों और चोरों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत 265 महंगे मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिकों को लौटाए। इस दौरान क्राइम ब्रांच की टीम ने 29 आरोपितों को गिरफ्तार करते हुए चोरी के मोबाइल संबंधित 72 मामलों को सुलझाया।

संयुक्त पुलिस आयुक्त क्राइम ब्रांच सुरेन्द्र सिंह के मुताबिक, क्राइम ब्रांच ने सोमवार को दिल्ली पुलिस मुख्यालय में आपरेशन ट्रैक बैक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विशेष पुलिस आयुक्त अपराध देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने की।

उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध संजय कुमार सैन व मंगेश कश्यप, साथ ही क्राइम ब्रांच के सभी पुलिस उपायुक्त सहायक पुलिस अधीक्षक और निरीक्षक शामिल थे। इससे पूर्व 19 फरवरी 2025 को आपरेशन ट्रैक बैक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें 216 बरामद मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को सौंप दिए गए थे।

विशेष पुलिस आयुक्त अपराध देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने इस पहल की सराहना की और कहा कि जघन्य अपराधों को सुलझाने के अलावा, इस तरह के प्रयास आम नागरिकों को खुशी भी देते हैं। उन्होंने क्राइम ब्रांच की टीम को समर्पण और ईमानदारी के साथ इस तरह के प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया।

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने आपरेशन ट्रैक बैक शुरू किया है, जिसके तहत चोरी हुए मोबाइल फोन को बरामद करने और उनके असली मालिकों को वापस लौटाने की पहल की है। उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन के खो जाने से न केवल आर्थिक नुकसान होता है बल्कि डेटा सुरक्षा, पहचान की चोरी और गोपनीयता भंग होने की चिंता भी पैदा होती है।

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने आपरेशन ट्रैक बैक के माध्यम से चोरी हुए मोबाइल फोन को बरामद करने और उनके असली मालिकों को वापस लौटाने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं। चोरी हुए 265 मोबाइल फोन किए बरामदक्राइम ब्रांच के साइबर सेल, ईआर-1, सीआरए एनआर-1, एआरएससी और एसआर सेक्शन की समर्पित टीमों ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां कीं, जिससे अंतरराष्ट्रीय मोबाइल चोरी और तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। कुल 265 चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद किए गए और 29 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें 72 मामलों को सुलझाया गया।इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने पिछले चार महीनों में कई छापे मारे, जिसके परिणाम स्वरूप विभिन्न आरोपियों से 117 मोबाइल फोन बरामद हुए।

सत्यापन करने पर पता चला कि बरामद किए बरामद किए गए मोबाइल फोन में से 25 पंजीकृत ई-एफआइआर से जुड़े थे और 34 दिल्ली और अन्य राज्यों में दर्ज एनसीआर/लास्ट रिपोर्ट से जुड़े थे। क्राइम ब्रांच की एसआर टीम ने भारत उर्फ रावत और राहुल उर्फ कुणाल नामक दो आरोपितों को गिरफ्तार किया और 40 झपटे वे चोरी किए गए मोबाइल फोन बरामद किए।